भारत में चाय के शौकीन तो गांव की गलियों से लेकर शहरों की ऊंची-ऊंची बिल्डिंग में तक मिलेंगे लेकिन चाय के बाद अब कॉफी ने भी लोगों को अपने रंग में रंग लिया है. कॉफी दुनिया में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाला पेय पदार्थ है. लेकिन अब ये भारतीय का चहीता भी बनता जा रहा है. यूं तो कॉफी के पेड़ से निकले बीजों को भून के बनाया जाने वाला ये पेय पदार्थ कई तरह से पिया जाता है लेकिन भारत में इसके कुछ प्रकार ही मशहूर हैं. आइये जानते हैं कॉफी से जुड़ी अहम जानकारी.
अंग्रेजी भाषा को कॉफी शब्द 1582 में डच भाषा के koffie से मिला, जो तुर्की के kahve से लिया गया है और तुर्की भाषा ने इसे अरबी के qahwah से लिया गया था. अरबी भाषा में कहवे को एक तरह के शराब के रूप में बताया गया है, जो भूख को मारता है. आइये जानते में कैसे बोले जाते हैं ये इनके नाम और क्या हैं इनमें फर्क.
Espresso: इसे गर्म में पानी और कॉफी बीन्स का इस्तेमाल होता है. जो फलेवर से भरपूर, स्ट्रॉन्ग और डार्क होती है. इसे बदुत कम तादाद में सर्व किया जाता है. एस्प्रेसो सभी प्रकार की कॉफी का आधार भी है.
बोलने का तरीका-एस्प्रेसो.
Americano: इसको हम ब्लैक कॉफी भी कह सकते हैं. ये पानी और कॉफी का मिश्रण है. इस लफ्ज को तो आसानी से बोल लिया जाता है. बोलने का तरीका-अमेरिकानो.
Cappuccino: इसे एस्प्रेसो और स्टीम्ड दूध की मोटी लेयर के साथ मिलाकर बनाया जाता है. इसके लिए हम कप्पाचीनो, कैपेचूनो जैसे कई नाम इस्तेमाल करते हैं. बोलने का तरीका: कैपुचिनो
Latte: इस प्रकार की कॉफी को एस्प्रेसो, स्टीम्ड दूध और दूध के फोम से बनाया जाता है. लैटे या लाते.. क्या है बोलने का सही तरीका.
बोलने का तरीका-लाते.
Mocha: इसे लाते का एड्वांस्ड रूप कहा जा सकता है. मोका को लाते में चॉकलेट फ्लेवर और व्हिप्ड क्रीम का इस्तेमाल कर के बनाया जाता है. बोलने का सही तरीका: मोका
Macchiato: इसे भी लाते का ही एक रूप है लेकिन इसमें दूध और इसके फोम का इस्तेमाल ज्यादा होता है और इसे लेयर के रूप में बनाया जाता है, न कि सबका मिश्रण. बोलने की तरीका-मक्यातो.
Frappe: ये एक प्रकार की कोल्ड कॉफी है, जिसे शेक करके झाग बनाया जाता है. कोल्ड कॉफी पसंद करने वालों में ये बेहद पॉपुलर है. बोलने की तरीका-फ्रापे.